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Friday 13 September 2019

RO water good or bad. RO का पानी कितना लाभकारी है

RO water good or bad. RO का पानी कितना लाभकारी है 

आधुनिक जीवन शैली और बढ़ते औद्योगीकरण का दुष्परिणाम हमें वायु और जल प्रदूषण के रूप में झेलना पड़ रहा है। देश की नदियों में प्रदूषण, खतरनाक लेवल तक जा चुका है। देश की राजधानी दिल्ली में ही यमुना इतनी प्रदूषित हो चुकी है कि इसमें स्नान करने से ही खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं। इतनी तरक्की के बावजूद आज भी हमारे देश की अधिकांश आबादी को पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है। 

   गर्मियों में पीने के पानी की  समस्या और जटिल हो जाती है। इसका कारण भू जल का अत्यधिक दोहन और जल सरंक्षण के उपायों को कारगर तरीके से लागू न करना है।

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    अपने शरीर को पर्याप्त मात्रा में ताजा और शुद्ध पानी पीकर हाइड्रेटेड रखना मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। शहरी घरों में पानी की उपलब्धता के 2 प्रमुख साधन हैं - घरों में नगर निगम की पाइप लाइन द्वारा उपलब्ध कराया जाने वाला पेयजल अथवा भूमिगत जल जो जमीन में बोर करके पंप के माध्यम से टंकियों तक पहुंचाया जाता है। 

  प्रचारतंत्र के जरिये अब लोगों को इस बात का यकीन हो चला है कि बीमारियों से बचना है तो RO (Reverse Osmosis) वाटर प्यूरीफायर लगवाना जरूरी है। 

   इसीलिए अधिकांश लोग शुद्ध पानी की तलाश में घरों में वाटर प्यूरीफायर (RO) लगवा रहे हैं, वे समझते हैं कि RO का पानी बहुत ही healthy है। परंतु इसकी हकीकत यह है कि RO वाटर प्यूरीफायर, पानी को साफ करने के साथ ही पानी से मानव शरीर के लिए उपयोगी मिनरल्स को भी समाप्त कर देता है, जो अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं। 

    दूसरी ओर हम नगर निगम द्वारा पाइप लाइन के माध्यम से घरों में सप्लाई किये जाने वाले पेयजल की शुद्धता के प्रति भी पूरी तरह आश्वस्त नहीं हो पाते हैं। पाइप लाइन के पुरानी होकर सड़ जाने पर उसमें नाली का गन्दा पानी प्रवेश कर जाता है। इस तरह नल के पानी के गंदा होने और उसमें कीड़े आदि मिलने की शिकायते आती रहती हैं। 

 किसी भी तरह के गंदे पानी को RO वाटर प्यूरीफायर का प्रयोग करके साफ़ किया जा सकता है। RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) पानी से अशुद्धियों को दूर करता है और प्रदूषित जल से शरीर को पड़ने वाले कुप्रभाव को बहुत कम करता है। यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं -
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RO वाटर प्यूरीफायर के लाभ -


1. RO का पानी क्लीन और ताज़ा होता है। चूंकि पानी से सभी अशुद्धियों को हटा दिया जाता है, इसलिए इसका स्वाद बेहतर होता है।

2. इस पानी में परजीवी नहीं होते हैं। जल परजीवी, विशेष रूप से क्रिप्टोस्पोरिडियम, पाचन तंत्र में ऐंठन पैदा कर सकते हैं और पेट में दर्द या पेट संबंधी दूसरी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

3. आरओ पानी में सोडियम नहीं होता है, यह उनके लिए बेहतर है जिन्हे अपने आहार में बहुत सीमित मात्रा में सोडियम लेने की सलाह दी जाती है।

4. आरओ वाटर सीसा (लेड) रहित होता है, जिससे उच्च रक्तचाप (high B.P.) और किडनी, लीवर डैमेज होने के जोखिम को कम करता है।

5. RO पानी के हार्डनेस को कम करके उसे मीठा बनाता है इसलिए यह खाना पकाने के लिए भी बेहतर होता है। जो लोग बोतलबंद पानी खरीदने पर पैसे खर्च करते हैं, उनके लिए भी RO पैसे बचाने का अतिरिक्त लाभ देता है।  


RO वाटर प्यूरीफायर कैसे नुकसान करता है 

RO पानी एक नज़र में बहुत अच्छा लग सकता है, यह वास्तव में उतना अच्छा नहीं है जितना लगता है। चूंकि पानी में सैकड़ों पोषक तत्व होते हैं, इसलिए उनमें से कुछ आपके शरीर के लिए अच्छे हैं।

  आयरन, क्लोराइड, सल्फेट, कैल्शियम व मैग्नीशियम जैसे तत्व मानव शरीर की मांसपेशियों के विकास तथा हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के लिए आवश्यक होते हैं जो पानी में पाए जाते हैं। इनकी एक निश्चित मात्रा हमारे शरीर के लिए जरूरी होती है।अतः RO प्यूरीफायर तभी हमारे लिए उपयोगी होगा जब वह पानी की अशुद्धियों को दूर करके, TDS के लेवल को बैलेंस रखकर जरूरी मिनरल्स को पानी में बनाये रखे। 
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  पानी में TDS (total dessolved solids अर्थात जल में उपस्थित कणों की संख्या) लेवल कम होने से वह स्वाद में मीठा लगता है। RO पानी को मीठा और अच्छा बताने के लिए टेक्नीशियन अक्सर TDS के लेवल को कम करके रखते हैं। जिससे कस्टमर खुश रहता है और कोई शिकायत नहीं करता। उसे इस बात की जानकारी नहीं होती कि TDS का लेवल ज्यादा ही कम करने से RO प्यूरीफायर पानी में से जरूरी मिनरल्स को भी फ़िल्टर करने लगता है। 

   RO फिल्टर प्लास्टिक का बना होता है। पानी के तेज प्रेशर से पानी में भी प्लास्टिक का कुछ अंश चला जाता है, जो शरीर में पहुंचकर कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना पैदा करता है।

  कम TDS का पानी सुग्राही होता है और वातावरण से कार्बन डाई ऑक्साइड खींचने लगता है। इन्हीं दुष्परिणामों को देखते हुए यूरोप तथा एशिया के कई देशों द्वारा इस प्रकार के RO वाटर प्यूरीफायर पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

RO वाटर के संबंध में W.H.O. की रिपोर्ट -

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (W.H.O.) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि R.O का पानी सुरक्षित नहीं है, साथ ही बोतलबंद पानी में भी हानिकारक तत्व पाए गए हैं। लम्बे समय तक कम TDS वाला तथा बोतलबंद पानी शरीर में कई प्रकार के रोग उत्पन्न करता है। 

   जैसे- मांसपेशियों में ऐंठन, मानसिक व शारीरिक थकान, हड्डियों का कमजोर होना तथा दांतों और जोड़ों की तकलीफ आदि। इससे बच्चों की ग्रोथ विशेषकर उनकी हाइट पर असर पड़ना शुरू हो जाता है। 

   जिस तरह कम TDS शरीर के लिए घातक है उसी तरह ज्यादा TDS यानी ज्यादा मिनरल्स भी शरीर के लिए नुकसानदायक हैं। ज्यादा TDS वाले पानी से तंत्रिका तंत्र, हृदय, पेट, किडनी संबंधी परेशानियां बढ़ जाएँगी। पानी में अगर फ्लोराइड की अधिकता हुई तो दांतों और हड्डियों की खराबी होगी।

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फिर हम क्या करें -

1.  TDS लेवल पर नज़र रखें -

अपने घर में लगे RO वाटर प्यूरीफायर से सप्लाई होने वाले पानी के  TDS लेवल पर नज़र रखें। नए तरह के RO वाटर प्यूरीफायर में TDS कंट्रोलर लगे होते हैं। पानी का TDS कम से कम 80 और अधिक से अधिक 150 होना चाहिए। 

   पुराने RO में भी अलग से एक डिवाइस लगाकर TDS कण्ट्रोल किया जा सकता है। आप चाहें तो TDS चेक करने वाली डिवाइस ऑनलाइन खरीदकर खुद भी TDS चेक कर सकते हैं। 

2. सर्विसिंग पर ध्यान दें -

अपने RO वाटर प्यूरीफायर की सर्विसिंग हर 6 माह में करवाते रहें। सर्विसिंग करने वाले टेक्नीशियन से पानी का TDS लेवल चेक करवा कर सही सेटिंग पर रखवाएं।टेक्नीशियन के पास TDS चेक करने वाला डिवाइस होता है, अगर न हो तो उसे लाने को कहें। 

3. प्राकृतिक रुप से पानी को शुद्ध करें-

देखादेखी में RO लगवाने से ज्यादा अच्छा है कि पानी को प्राकृतिक रुप से शुद्ध किया जाए। पानी को शुद्ध करने के लिए फिटकरी का प्रयोग कर सकते हैं। सामान्य रूप से उपलब्ध पानी के लिए यदि मिट्टी के घड़े का प्रयोग करते हैं, तो उसमें पानी के TDS लेवल को बैलेंस करने की क्षमता होती है। 

   पानी में मिनरल्स की अधिकता होने पर मिट्टी का घड़ा उसे सोखकर कम कर देता है। इसका पानी प्राकृतिक रूप से स्वादिष्ट होता है और प्यास को स्वाभाविक तरीके से शांत करता है।

  आशा है ये आर्टिकल "RO water good or bad. RO का पानी कितना लाभकारी है" आपको उपयोगी लगा होगा इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट सेक्शन में जाकर लिखें। इस तरह के और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें। 

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