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Wednesday 11 August 2021

Price action strategy-शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार

 Price action strategy-शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार 


प्राइस एक्शन, ट्रेडिंग एक रणनीति है जो इंडेक्स या स्टॉक के वर्तमान और पिछले कुछ समय के प्राइस मूवमेंट में पैटर्न या सिग्नल को खोजकर आगे की दिशा समझने में मदद करती है।एक इंट्राडे ट्रेडर, ट्रेडिंग के लिए इंडेक्स या स्टॉक की दिशा समझने के लिए विभिन्न माध्यमों का प्रयोग करते हैं जैसे कोई न्यूज़, स्टॉक के रिजल्ट, सरकारी दिशानिर्देश आदि, इसके अलावा टेक्निकल इंडीकेटर्स का उपयोग किया जाता है। 


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   परन्तु यहां समस्या यह है कि किन इंडीकेटर्स का उपयोग किया जाए क्योकि इनकी संख्या दर्जनों में है। ज्यादातर इंडीकेटर्स प्राइस और वॉल्यूम पर आधारित होते हैं इसके बावजूद उनके सिग्नल एक से नहीं होते और उनमें भिन्नता देखी जाती है जिससे ट्रेडर बहुत  कंफ्यूज हो जाता है। 


   कीमतों में बदलाव को हर इंडिकेटर अपने ढंग से पकड़ता है जिसे प्रदर्शित करने में वह कुछ समय लेता है। ऐसे उलझाव भरे टेक्निकल इंडीकेटर्स से बचते हुए केवल प्राइस में होने वाले बदलाव को आधार बनाकर निर्णय लेना प्राइस एक्शन ट्रेडिंग का मूल तत्व है। 


प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या है (What is price action in trading)


प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी, फंडामेंटल एनालिसिस और न्यूज़ आधारित कारकों की उपेक्षा करता है और वर्तमान समय के साथ पिछले कुछ समय के प्राइस मूवमेंट पर अपना ध्यान केंद्रित करता है। इसके लिए प्राइस पर आधारित सिंपल तकनीकी विश्लेषण टूल का प्रयोग किया जा सकता है।


   प्राइस एक्शन ट्रेडिंग को समझने में पैटर्न को देखना और उन प्रमुख संकेतकों की पहचान करना शामिल है जो आपके बाज़ार में पोजीशन बनाने पर प्रभाव डाल सकते हैं। कई अलग-अलग प्राइस एक्शन ट्रेडिंग विधियां हैं, जिनका उपयोग कई ट्रेडर बाजार की गतिविधियों की भविष्यवाणी करने और शॉर्टटर्म प्रॉफिट कमाने के लिए करते हैं।


प्योर या नेकेड प्राइस एक्शन का क्या अर्थ है?


नेकेड प्राइस एक्शन - जिसे प्योर प्राइस एक्शन के रूप में भी जाना जाता है - का अर्थ है कि आप अपने ट्रेडों को केवल उस भाव या प्राइस पर आधारित कर रहे हैं जो आप अपने सामने देख रहे हैं।  इसमें जटिल फ़ार्मुलों और समय लेने वाले टेक्निकल टूल्स पर भरोसा करने के बजाय, आप बाज़ार की अपनी समझ का उपयोग करके ट्रेड करते हैं।


प्राइस एक्शन सिग्नल - 


इसे प्राइस एक्शन पैटर्न या प्राइस एक्शन ट्रिगर्स कहा जाता है - बाजार में आसानी से पहचाने जाने योग्य पैटर्न होते हैं, जिनका उपयोग भविष्य के बाजार की भविष्यवाणी करने के लिए किया जा सकता है। अनुभवी ट्रेडर्स पिछले प्रदर्शन में कुछ पैटर्न या दोहराव को पहचानकर इन संकेतों को एक नज़र में देख सकते हैं।


   बहुत से इंट्राडे ट्रेडर कम समय सीमा में प्रॉफिट कमाने के लिए प्राइस एक्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी पर ध्यान केंद्रित करते हैं। जैसे वे चार्ट में एक साधारण ब्रेकआउट देखकर अपनी पोजीशन ले सकते हैं, फिर प्रॉफिट पर नज़र रखते हुए मनी मैनेजमेंट रणनीतियों का उपयोग कर सकते हैं। 


   संक्षेप में, प्राइस एक्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी एक व्यवस्थित ट्रेडिंग का तरीका है, जो टेक्निकल एनालिसिस टूल्स के जरिये बीते समय के प्राइस पैटर्न और करंट टाइम के प्राइस मूवमेंट पर आधारित है, जहां ट्रेडर अपने अनुभव, ज्ञान और मनोवैज्ञानिक स्थिति के अनुसार ट्रेडिंग पोजीशन  लेने के लिए अपना निर्णय लेता है।


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प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के लिए प्रयुक्त टूल्स -


चूंकि प्राइस एक्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी वर्तमान समय के डेटा और पिछले प्राइस मूवमेंट से संबंधित है, सभी टेक्निकल एनालिसिस टूल जैसे चार्ट, ट्रेंड लाइन, प्राइस बैंड, हाई और लो स्विंग, टेक्निकल सपोर्ट और रेजिस्टेंस आदि को ध्यान में रखा जाता है। ट्रेडर्स अपनी पसंद और रणनीति के अनुसार इसका चुनाव करते हैं।


   ट्रेडर, सिंपल प्राइस बार, प्राइस बैंड, ब्रेक-आउट, ट्रेंड-लाइन या कैंडलस्टिक्स, वोलैटिलिटी, चैनल आदि से जुड़े जटिल संयोजन अपना सकते हैं। प्राइस एक्शन ट्रेडों का एक महत्वपूर्ण पहलू ट्रेडर की साइकोलॉजी और व्याख्या करने का उसका ढंग भी होता है। 


   उदाहरण के लिए यदि 1480 पर समय बिताने वाला स्टॉक 1500 के स्तर को पार कर जाता है, तो एक ट्रेडर एक लॉन्ग पोजीशन लेने के लिए कदम उठा सकता है। जबकि दूसरे ट्रेडर का एक विपरीत दृष्टिकोण हो सकता है, एक बार 1500 हिट होने के बाद वह प्राइस रिवर्सल का अनुमान लगाता है और एक शार्ट पोजीशन लेता है।


    कोई भी दो ट्रेडर एक निश्चित प्राइस मूवमेंट की एक ही तरह से व्याख्या नहीं करेंगे, क्योंकि प्रत्येक की अपनी सोच, परिभाषित नियम और अलग-अलग व्यवहारिक समझ होगी। जबकि कुछ जगहों पर जैसे 13 डीएमए का 50 डीएमए से क्रॉसओवर जैसी स्थितियों में कई ट्रेडर एक जैसी लॉन्ग पोजीशन ले सकते हैं।


प्राइस एक्शन से बाजार के ट्रेंड का निर्धारण करें -


सबसे पहले यह देखना होता है कि एक ट्रेंडिंग मार्केट बनाम एक रेंज बाउंड बाजार की पहचान कैसे करें। ट्रेंड के साथ ट्रेड करना प्रॉफिट कमाने का उच्चतम-संभाव्य तरीका है और यदि आप एक ट्रेडर के रूप में पैसा बनाने का मौका देख रहे हैं तो आपको यह सीखना होगा कि इसे कैसे करना है।


नीचे दिए गए चार्ट से पता चलता है कि बाजार की प्रवृत्ति को निर्धारित करने के लिए प्राइस मूवमेंट का उपयोग कैसे करें। हम मानते हैं कि बाजार एक अपट्रेंड में है यदि वह हायर हाई और हायर लो (HH, HL) बना रहा है और एक डाउनट्रेंड लोअर हाई और लोअर लो (LH, LL) है। 


   नीचे दिए गए चार्ट में हम देख सकते हैं कि बाजार में ऊंचे और ऊंचे चढ़ाव (अपट्रेंडिंग प्राइस एक्शन) कैसे एक अप-ट्रेंड का संकेत देते हैं-



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नीचे दिए गए चार्ट में हम देख सकते हैं कि कैसे कम ऊंचा और निचला चढ़ाव बाजार में एक डाउन-ट्रेंड का संकेत देता है-

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प्राइस एक्शन ट्रेडिंग का उपयोग कौन करता है?


चूंकि प्राइस एक्शन ट्रेडिंग रणनीति से भविष्य के प्राइस चेंज के लिए एक दृष्टिकोण मिलता है, इसका उपयोग रिटेल ट्रेडर्स के साथ साथ ब्रोकिंग एजेंसीज के द्वारा किया जाता है जो ट्रेडर्स को टिप्स देते हैं। इसका उपयोग इक्विटी, फॉरेक्स, कमोडिटीज, डेरिवेटिव्स आदि सभी पर किया जा सकता है।


प्राइस एक्शन ट्रेडिंग स्टेप्स -


प्राइस एक्शन ट्रेडिंग का अनुसरण करने वाले अधिकांश अनुभवी ट्रेडर एंट्री-एग्जिट लेवल और स्टॉप-लॉस को पहचानने के लिए विभिन्न विकल्प का सहारा लेते हैं। अधिकांश परिदृश्यों में दो-चरणीय प्रक्रिया शामिल होती है। 


    सबसे पहले यह देखना होता है कि स्टॉक की कीमत बुल /बेयर किस ग्रिप में है। एक चैनल रेंज, ब्रेकआउट आदि को देखा जाता है। फिर इसमें ट्रेडिंग के अवसरों की पहचान करना होता है जैसे कोई स्टॉक तेजी में है, तो क्या यह एक पॉइंट से ओवरशूट करेगा या उसके रिवर्स होने की संभावना है। यह पूरी तरह से व्यक्तिपरक विकल्प है और एक ही समान चार्ट को देखते हुए एक ट्रेडर का निर्णय दूसरे से  भिन्न हो सकता है।


    ट्रेडर के दृष्टिकोण के अनुसार एक स्टॉक अपने उच्च स्तर पर पहुंच जाता है और फिर थोड़ा निचले स्तर पर वापस आ जाता है। अब एक ट्रेडर यह तय कर सकता है कि यह फिर से ऊपर की तरफ जाकर एक डबल टॉप बनाएगा, या थोड़े रिवर्सल के बाद गिर जाएगा।


   ट्रेडर कम वोलेटिलिटी और ब्रेकआउट के आधार पर स्टॉक के लिए एक टारगेट और सपोर्ट निर्धारित करता है। यदि स्टॉक की कीमत इस सीमा में है तो ट्रेडर, सपोर्ट /रेसिस्टेंस स्तरों के आधार पर एक पोजीशन ले सकता है। 


  एक ब्रेकआउट दिखने पर ब्रेकआउट निरंतरता (उसी दिशा में आगे बढ़ने) या इसके विपरीत ब्रेकआउट पुल-बैक (पिछले स्तर पर लौटने) के दिखने पर उसके हिसाब से ट्रेडिंग के अवसर मौजूद होते हैं।


    इस प्रकार से प्राइस एक्शन ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस टूल्स की सहायता ली जा सकती है, लेकिन ट्रेडिंग पोजीशन लेने का अंतिम निर्णय ट्रेडर पर निर्भर है, जो नियमों को सख्ती से लागू करने की बजाय लचीलापन अपना सकता है।


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प्राइस एक्शन ट्रेडिंग की उपयोगिता -


प्राइस एक्शन ट्रेडिंग शॉर्ट-टू-मीडियम टर्म के लिए बेहतर है। ट्रेडिंग में प्राइस के मूवमेंट के आधार पर ट्रेड लेने वाले ट्रेडर्स का मानना ​​​​है कि कंपनी के सभी फंडामेंटल उसके भाव से ही देखे जा सकते हैं इसलिए उन्हें अलग से कंपनी के फंडामेंटल देखने की आवश्यकता नहीं है। ट्रेडर की अपनी व्याख्या के आधार पर ट्रेड के अवसरों की पहचान करने के लिए हाल के भाव के साथ तकनीकी विश्लेषण टूल के संयोजन से निर्णय लिए जाते हैं।


Conclusion -


प्राइस एक्शन ट्रेडिंग पर बहुत सारे सिद्धांत और रणनीतियां उपलब्ध हैं।  यह व्यक्तिगत रूप से ट्रेडर  पर निर्भर है कि वह सर्वोत्तम संभावित लाभ के अवसरों के लिए अपनी आवश्यकताओं को स्पष्ट रूप से समझें, परीक्षण करें, चुनें, निर्णय लें और कार्य करें। 


  यदि आप एक प्योर प्राइस एक्शन ट्रेडर बनना चाहते हैं और अपने चार्ट से सभी अनावश्यक इंडीकेटर्स को हटा दें और तथाकथित एक्सपर्ट्स की भविष्यवाणियों से दूर रहें। 


   आशा है ये आर्टिकल "Price action strategy-शेयर ट्रेडिंग में सफलता का आधार" आपको पसंद आया होगा, इसे अपने मित्रों को शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल एवं सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें। 


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