How to Increase Immunity-7 प्राकृतिक तरीके से इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं - sure success hindi

success comes from knowledge

Breaking

Post Top Ad

Wednesday 25 March 2020

How to Increase Immunity-7 प्राकृतिक तरीके से इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं

How to Increase Immunity-7प्राकृतिक तरीके से इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं 

क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग सर्दी-जुकाम या वायरल संक्रमण से जल्दी पीड़ित क्यों हो जाते हैं। फ्लू, वायरल सीज़न या कोरोनावायरस के प्रभाव से उन लोगों के प्रभावित होने का खतरा अधिक होता है, जिनकी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। 

 प्रतिरक्षा प्रणाली या immune system, शरीर में प्रवेश करने वाले किसी बाहरी सूक्ष्मजीव के खिलाफ हमारे शरीर की रक्षा करने वाली पहली पंक्ति है। यह हमें रोग पैदा करने वाले रोगाणुओं से बचाती है। 
boost-immunity

   अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके बीमार पड़ने के मौके कम किये जा सकते हैं। एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली वायरल संक्रमण और फ्लू से पीड़ित होने की संभावना को कम करती है। 

 अपने आहार और दिनचर्या में थोड़े बदलाव से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका प्रतिरक्षा तंत्र आपको वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए पर्याप्त मजबूत है। 

  रात्रि में पर्याप्त 8 घंटे की नींद लेने, सुबह की गुनगुनी धूप में घूमने से लेकर संतुलित आहार लेने तक के तरीके सरल और प्राकृतिक हैं, लेकिन वास्तव में मददगार हो सकते हैं। बीमारी से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के इन 7 प्राकृतिक तरीकों से आप एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली प्राप्त कर सकते हैं।

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को मजबूत कैसे करें -


1. पर्याप्त नींद लें -

पर्याप्त नींद के अभाव में शरीर की कार्यप्रणाली बुरी तरह प्रभावित होती है। नींद की कमी से शरीर में कोशिकाओं के पुनर्निर्माण की गतिविधि प्रभावित होती है। यह आपके इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया को कमजोर कर सकता है। सोने से पहले स्नान हमारे तनाव को कम करने और अच्छी नींद लाने में मदद कर सकता है। 

   नींद हमारे शरीर की मरम्मत के प्रमुख तरीकों में से एक है और एक रिपोर्ट के अनुसार - "नींद में कमी से तनाव- तंत्र सक्रिय होता है, प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है और शरीर में विषैले रसायनों में वृद्धि होती है।" इसलिए 7-8 घंटे सोने की कोशिश करें और रात्रि जागरण से बचें। 
happiness

2. सूर्य के प्रकाश में कदम रखें -

प्राकृतिक प्रकाश में बाहर निकलना हमारे शरीर में विटामिन डी के उत्पादन में एक प्रमुख योगदान कर्ता है। विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वस्थ कामकाज के लिए आवश्यक है क्योंकि यह शरीर को एंटीबॉडी का उत्पादन करने में मदद करता है। शरीर में विटामिन डी के निम्न स्तर को सांस की बीमारियों और फेफड़ों के इन्फेक्शन के प्रमुख कारणों में से एक कहा गया है। 

    इसके लिए सूर्योदय के समय 10 से 15 मिनट के लिए मॉर्निंग वाक कर सकते हैं। सूरज की रोशनी में तेज चलना यह सुनिश्चित करेगा कि शरीर में पर्याप्त विटामिन डी का उत्पादन हो। सर्दियों की सुबह धूप में बैठकर शरीर में तेल की मालिश करना भी उपयोगी है। 
yoga

3. योग -प्राणायाम और व्यायाम करें -

नियमित रूप से व्यायाम करना हमारे समग्र स्वास्थ्य में योगदान देता है और एक स्वस्थ शरीर का अर्थ है एक सुचारू रूप से कार्य करने वाली प्रतिरक्षा प्रणाली। यह शरीर की न सिर्फ ताकत बढ़ाने में बल्कि तनाव को कम करने और लचीलेपन में सुधार करने के लिए भी विशेष रूप से अनुकूल हैं जिन्हें हम अक्सर उम्र बढ़ने पर खो देते हैं। 


 व्यायाम के अलावा शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने की दृष्टि से योगासन और प्राणायाम सबसे अच्छे उपाय हैं। सुबह नियमित रूप से आधे से एक घंटे तक योगासन-प्राणायाम करने से शरीर के भीतर हार्मोन संतुलन कायम करने में मदद मिलती है। प्राणायाम से शरीर में ऑक्सीजन के लेवल में सुधार होता है, यह अनेक रोगों से बचाव करने और तनाव दूर करने में काफी मददगार हैं। 
yoga

 किसी योग विशेषज्ञ के निर्देशन में आप योगासनों और प्राणायाम की क्रियाओं को सीख सकते हैं। अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से कम से कम 15 मिनट तो योगाभ्यास के लिए आप निकाल ही सकते हैं। तनाव को कम करने वाले अभ्यास जैसे कि ध्यान, ॐ का उच्चारण और यहां तक ​​कि संगीत हमें रिलैक्स करने और हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

4. स्वास्थ्य पूर्ण आहार लें -

फास्टफूड या जंकफूड का ज्यादा सेवन करने से शरीर को ठीक से पोषण नहीं मिल  पाने का बुरा प्रभाव शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र पर पड़ता है। आपके आहार में एंटीऑक्सिडेंट की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। एंटीऑक्सिडेंट बीमार कोशिकाओं को दुरुस्त करते हैं और सेहत बरकरार रखते हुए उम्र के असर को कम करते हैं। 

  बीटा केरोटिन, सेलेनियम, विटामिन-ए, विटामिन- बी, सी, ई, और जिंक रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं। 

  इन तत्वों की भरपाई के लिए हरी सब्जियों-फलों को विशेष रूप से भोजन में शामिल करें। मल्टी विटामिन की गोलियां खाने की तुलना में प्राकृतिक तरीके से भोजन के माध्यम से इसे प्राप्त करना सबसे अच्छा तरीका है। विटामिन सी को संतरे, अंगूर, नीम्बू और स्ट्रॉबेरी जैसे खट्टे फलों से प्राप्त कर सकते हैं। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आंवला एवं तुलसी का प्रयोग अवश्य करें। 
nutrition

5. लहसुन और अदरक का प्रयोग करें-

भारत में खाना पकाने के लिए मसाले में लहसुन और अदरक का उपयोग किया जाता रहा है। लहसुन और अदरक दोनों ही भोजन को न सिर्फ स्वादिष्ट बनाते हैं बल्कि शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करने में कारगर हैं। 

 विशेष रूप से कच्चे लहसुन में रोगाणुरोधी और कैंसर से लड़ने वाले एजेंट होते हैं। इसके महत्व को देखते हुए आयुर्वेद में इसे रसायन कहा गया है, यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। अदरक का उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में मतली, सर्दी और फ्लू के लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसका रस शहद के साथ ले सकते हैं। 

6. हल्दी का प्रयोग करें -

हल्दी न सिर्फ भोजन को एक अलग रंग और स्वाद देता है बल्कि यह एक अच्छा एंटीबायोटिक भी है। बहुत से अनुसंधान इस बात को प्रमाणित कर चुके हैं कि यह बीमारी को रोकने में मदद करता है।

   हल्दी का सेवन शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर, दिल की बीमारियों, हार्ट अटैक,  अवसाद, त्वचा रोग आदि से बचाता है। 

   विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक, बीमारियों से अधिक प्रभावित होते हैं।  उनके लिए हल्दी का अर्क, कैंसर को रोकने, अल्जाइमर को धीमा करने और गठिया के दर्द को कम करने में उपयोगी हैं। दूध के साथ लेना चाहें तो 1 गिलास कुनकुने गर्म दूध में चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर ले सकते हैं। 

also read -

1.Depression and how to control it-डिप्रेशन का इलाज 

2.Benefits of curry leaves-मीठा नीम के शानदार फायदे 


3.Actor kaise bane-mumbai me acting ki shuruwat kaise ho
foods-for-immunity

7. तंबाकू और शराब से बचें -

सिगरेट के धुएं से बचें। यह शरीर की बुनियादी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। इससे ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का जोखिम बढ़ता है।शराब के सेवन से बचें या कम पिएं। इसका अत्यधिक सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को बाधित करता है। इस प्रकार नशे के प्रयोग से वायरस अटैक हो सकता है और फेफड़ों के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।

 आशा है ये आर्टिकल "How to Increase Immunity-प्राकृतिक तरीके से इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं" आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इसे अपने मित्रों एवं परिवार के अन्य सदस्यों से शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें। 

also read -

1. Home remedies for high BP- बीपी ठीक करें बिना दवा के

2. Natural ways to stay young-युवा रहने के प्राकृतिक तरीके

3. Morning walk ke fayde-सुबह पैदल चलने के लाभ   



No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad