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Thursday 25 May 2023

Dangerous Of Truecaller-ट्रूकॉलर के खतरे

Dangerous Of Truecaller-ट्रूकॉलर के खतरे 

आप में से बहुत से लोग ट्रूकॉलर (Truecaller) का अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल करते होंगे और जिन्होंने इसे अपने फोन में डाउनलोड नहीं किया होगा उन्होंने भी इसके बारे में जरूर सुना होगा। 


  इस आर्टिकल में हम इस बात की चर्चा करेंगे कि ट्रूकॉलर कैसे काम करता है और क्या इसका उपयोग करने से गोपनीयता और सुरक्षा जोखिम हो सकते हैं क्योंकि यह एक ऐसा ऐप है जो व्यक्तिगत डेटा एकत्र करता है और उसे अपने डेटाबेस में रखता है।


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   ट्रूकॉलर एक लोकप्रिय मोबाइल एप्लिकेशन है और लाखों लोग इसका उपयोग करते हैं। यह ऐप किसी भी अज्ञात कॉल में कॉलर का नाम प्रदर्शित करता है, भले ही वह हमारे फोन के कांटेक्ट लिस्ट में सहेजा न गया हो। यह ऐप यूजर्स को अलर्ट कर स्कैमर्स से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। साथ ही यह उपयोगकर्ताओं की बातचीत को रिकॉर्ड करके एक स्थान पर रखने में मदद करता है। 


   आप लोग सोच रहे होंगे कि ट्रूकॉलर को कैसे पता कि कौन-सा नंबर किसका है? दरअसल, इसके पीछे लाखों यूजर्स का डेटा है, जिसका एक्सेस ट्रूकॉलर के पास होता है और यह एक्सेस उसने अवैधानिक रूप से नहीं चुराया होता, बल्कि इसके यूजर्स खुद ही देते हैं।  


   ट्रूकॉलर के कुछ फायदे हैं वहीं इसके नुकसान भी हैं और आपको इसे डाउनलोड करने से पहले इसकी शर्तों का पता होना चाहिए।


ट्रूकॉलर क्या है?(What is Truecaller)


ट्रूकॉलर एक कॉलर आईडी और स्पैम ब्लॉकिंग ऐप है, जो ऐप स्टोर और गूगल प्ले पर उपलब्ध है।इसे 2009 में स्वीडिश कंपनी "ट्रू सॉफ्टवेयर सांडिनाविया ऐबी" द्वारा विकसित किया गया है।  

  यह Android, iOS, BlackBerry, Symbian और Windows (Phone) ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए उपलब्ध है कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, अब इसके 320 मिलियन सक्रिय उपयोगकर्ता हैं और 500 मिलियन ऐप इंस्टॉल के साथ इसकी मदद से 10 बिलियन स्पैम कॉल्स की पहचान की गई और उन्हें ब्लॉक कर दिया गया।


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  ट्रूकॉलर में कॉलर आईडी, स्पैम कॉल ब्लॉकिंग और स्पैम टेक्स्ट फ़िल्टरिंग सहित बुनियादी सुविधाएँ मुफ्त में उपलब्ध हैं। हालाँकि इसका सशुल्क सब्सक्रिप्शन विकल्प भी है जो अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान करता है। ट्रूकॉलर एक एड-सपोर्टेड फ्री ऐप है परन्तु आप सशुल्क सदस्यता के साथ विज्ञापन हटा सकते हैं।  


ट्रूकॉलर (Truecaller) कैसे काम करता है -


ट्रूकॉलर ऐप को डाउनलोड करने के बाद आपको अपना मोबाइल नंबर एंटर करना होता है फिर वह आपके मोबाइल नंबर को वेरीफाई करने के साथ आपसे कुछ परमिशन मांगता है।  आपके मोबाइल में जितने कांटेक्ट नंबर सेव हैं, उनको रीड करने की परमिशन ट्रूकॉलर आपसे मागता है और उन्हें अपने डेटाबेस में स्टोर कर लेता है। 


   जब कभी हमें किसी अननोन नंबर से कॉल आता है तो सबसे पहले ट्रूकॉलर उस नंबर को अपने डेटाबेस में खोजता है।  अपने डेटाबेस में सर्च करके वह पता लगाता है कि यह नंबर किस नाम से सेव है और उसके बाद वह उस नंबर को रखने वाले व्यक्ति का नाम आपको दिखाता है। 


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   अगर किसी ट्रूकॉलर यूजर के कांटेक्ट लिस्ट में 250 नंबर सेव हैं, तो ट्रूकॉलर को उन सभी नंबरों के मालिकों की जानकारी होती है, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि इन 250 लोगों ने अपने मोबाइल में ट्रूकॉलर ऐप डाउनलोड किया है अथवा नहीं। 


 इस प्रकार इसकी पहुंच ट्रूकॉलर के उपयोगकर्ताओं के जरिये उन सब के करोड़ों कॉन्टेक्ट्स तक हो जाती है। एक तरह से इसका सर्वर एक ग्लोबल फोन डायरेक्टरी है और लगभग सभी नंबर ट्रूकॉलर के डेटाबेस में सेव होते हैं। 


   कभी-कभी ऐसा होता है कि हमें किसी कॉलर के नाम के बदले कुछ रिलेशनशिप से जुड़े या अजीबोगरीब नाम दिखाई देते हैं जैसे अंकल, हनी, वाइफ या सनकी अथवा चालबाज़ आदि। दरअसल किसी ट्रूकॉलर यूजर ने यदि अपने मोबाइल में किसी मोबाइल नंबर के मालिक के सही नाम के बदले कोई उटपटांग नाम सेव किया होगा और किसी अन्य ट्रूकॉलर यूजर के फोन में भी उनका सही नाम सेव नहीं है तो आपको वही नाम दिखाई पड़ेगा।  


ट्रूकॉलर ऐप के नुकसान (Disadvantages Of Truecaller) -


1. सभी जानकारियों तक एक्सेस -


ट्रूकॉलर ऐप बेशक प्राइवेसी की कद्र करने का दावा करता है, लेकिन यह तो साफ है कि उसके पास आपका डेटा है, और डेटा की परमिशन उसने गैरकानूनी तौर पर नहीं ली, बल्कि आपने खुद दी है। 


 आपको पता होना चाहिए कि ट्रूकॉलर आपके फोन का काफी डेटा एक्सेस कर सकता है, जिसमें यूजर का नाम, उसका मोबाइल नंबर, कॉन्टैक्ट, ईमेल एड्रेस, आईपी एड्रेस और कुछ अन्य जानकारियाँ भी शामिल हैं।  


    इसी डेटा की मदद से यह ऐप आपको कॉलर का नाम बताती है। आजकल इस बात की बड़ी चर्चा है कि किसी भी कंपनी के पास मौजूद आपका डेटा सिक्योर नहीं है, उसे कंपनी अपने आर्थिक लाभ के लिए दूसरे को बेच सकती है। हालांकि ट्रूकॉलर यह दावा करती है कि उसके हर ग्राहक का डेटा सुरक्षित है और इस तक कोई नहीं पहुंच सकता है। 


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 परन्तु आपको यह समझना होगा कि ट्रूकॉलर के पास आपका और इस ऐप को यूज करने वाले का पूरा डेटा है, तो ऐसे में क्या ट्रूकॉलर का इस्तेमाल करना समझदारी भरा हो सकता है? इसे बिना किसी हिचकिचाहट के इस्तेमाल करना विचारणीय हो सकता है। 


2. प्रीमियम सुविधाएँ मुफ़्त नहीं हैं -


ट्रूकॉलर से विज्ञापनों को हटाना मुफ़्त नहीं हैं, इसके लिए आपको पैसे खर्च करने पड़ते हैं। अगर आपको अतिरिक्त सुविधाएं चाहिए और आप इसका प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लेते हैं तब आप यह देख सकते हैं कि किसने आपका नंबर खोजा या आपकी ट्रूकॉलर प्रोफ़ाइल देखी। यह गुप्त मोड और "प्रीमियम स्पैम सुरक्षा" भी प्रदान करता है। 


  ट्रूकॉलर को डाउनलोड करने के बाद यह ऐप बैकग्राउंड में काम करता रहता है। जैसे ही कोई कॉल आती है उसकी पहचान हो जाती है। कॉल के बाद आप अपने कॉल लॉग में ट्रूकॉलर का कलर-कोडेड लेबल देख सकते हैं।


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3. अपना डेटा हटाना मुश्किल -


अगर आप अपना मोबाइल नंबर ट्रूकॉलर एप से हटाना चाहते हैं तो आप उसे हटा सकते हैं। ऐसा करने के लिए आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करते हुए अपना ट्रूकॉलर एकाउंट डिलीट करना होगा। परन्तु आपका डेटा ट्रूकॉलर ने अपने डेटाबेस में सेव किया होता है और वह उसे वहां से हटाता है या नहीं यह पूरी तरह उसकी मर्ज़ी पर निर्भर है।


  यदि आप गोपनीयता के बारे में चिंतित हैं, तो किसी दूसरे ऐप का उपयोग करना या अननोन नंबरों की कॉलर आईडी को वेबसाइट के जरिये मैन्युअल रूप से जांचना उचित हो सकता है। 


  आपकी व्यक्तिगत जानकारी के दुरुपयोग की संभावना को सीमित करने के लिए आपको ऐप के गोपनीयता कथन को पढ़ना और अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को संशोधित करना भी सुनिश्चित करना चाहिए।


   आशा है ये आर्टिकल "Dangerous Of Truecaller-ट्रूकॉलर के खतरे" आपको पसंद आया होगा, इसे अपने मित्रों को शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल एवं सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें। 


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