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Tuesday 28 July 2020

5 Future Business Ideas-भविष्य के 5 कम बजट बिज़नेस

5 Future Business Ideas-भविष्य के 5 कम बजट बिज़नेस 

क्या आप छोटे पूंजी निवेश के साथ किसी बिज़नेस की तलाश कर रहे हैं? यह काम इतना आसान नहीं होता। सही व्यापार का चयन करने के लिए बहुत सी बातों को ध्यान में रखना पड़ता है। 

 इसमें अपनी आर्थिक स्थिति व रूचि, वर्तमान समय में बाजार की डिमांड, आने वाले समय की सामाजिक और आर्थिक स्थितियों के अनुसार सही मिलान  करते हुए सभी विकल्पों की जाँच करना आवश्यक है। 
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  यदि कोई उद्यमी एक स्थायी व्यवसाय करना चाहता है, तो उसे न केवल वर्तमान रुझानों को ध्यान में रखना होगा, बल्कि आने वाले 10 वर्षों के लिए संभावित व्यवसाय के रुझान को भी समझना होगा।

   एक व्यावसायिक उद्यम को चुनने और उसे संचालित करने के लिए उठाया गया एक गलत कदम, पूरे बिज़नेस को बंद कर सकता है।  

  इसलिए किसी बिज़नेस का चयन करने से पहले हमें न केवल उन समस्याओं का विश्लेषण करना होगा जिसका सामना अभी उस बिज़नेस वाले लोग कर रहे हैं, बल्कि उन समस्याओं का भी अनुमान लगाना होगा जो आने वाले वर्षों में उस व्यवसाय में आने वाली हैं। 

 एक व्यवसायी के लिए  नवीनतम व्यावसायिक रुझानों पर नजर रखने और बंद होते व्यवसाय के साथ-साथ सबसे तेजी से बढ़ते व्यवसायों को बारीकी से देखने की जरूरत है। यह लेख आपको भविष्य के लिए सबसे अधिक आशाजनक व्यापारिक अवसरों को खोजने में मदद करेगा।


भविष्य के 5 बिज़नेस -छोटे पूंजी निवेश के साथ (5 low budget Future Business Ideas)


1.  3 डी प्रिंटिंग व्यवसाय  ( 3D Printing Business) -

3 डी प्रिंटिंग व्यवसाय भारत में एक नवीनतम व्यवसाय है, यहां इसकी जानकारी धीरे- धीरे लोगों को हो रही है। विकसित देशों में यह तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है और वर्तमान समय में दुनिया में सबसे अधिक लाभदायक व्यावसायिक विचारों में से एक है। 

  इसने प्रोटोटाइप निर्माण व्यवसाय में पूरी तरह से क्रांति ला दी है। आप भी भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए 3 डी प्रिंटर का उपयोग करके एक  अभिनव व्यवसाय शुरू करने के पर विचार कर सकते हैं। 
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   3 डी प्रिंटर की मदद से विभिन्न प्रकार के कार्य किये जा सकते हैं। किसी पसंदीदा कार, वस्तु या प्राणी को स्कैन करके उसकी 3 डी प्रिंटिंग की जा सकती है। आप उसमें आवश्यक परिवर्तन भी कर सकते हैं। इंटीरियर डिजाइनिंग, ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में आप यूनिक प्रोडक्ट बनाकर अपने ग्राहकों को दे सकते हैं। साथ ही घरेलू उपयोग की वस्तुओं के निर्माण के लिए भी 3 डी प्रिंटिंग तकनीक, एक नया मौका है। 

    इस व्यवसाय में सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपके बहुत से प्रतिद्वंदी नहीं होंगे क्योंकि 3 डी प्रिंटिंग एक नया काम है। इसलिए आपको एक बड़ा बाजार मिलेगा और अच्छा मुनाफा मिलने का अवसर है। 

   शुरुआती वर्षों के दौरान 3 डी प्रिंटर काफी महंगा था और कई उद्यमियों की खरीदने की क्षमता से बाहर था। लेकिन समय बीतने के साथ इसकी कीमतें पहले की तुलना में कम हो गई हैं। 3 डी प्रिंटर की कीमत उसकी विशिष्टताओं और सुविधाओं के आधार पर तय होती हैं।

2. ड्रॉपशिपिंग बिज़नेस -

इंटरनेट ने वर्तमान जीवन को जिस तरह से प्रभावित किया है, उसे देखते हुए भविष्य में इसका प्रभाव और भी गहरा होने वाला है। जिस तरह कोरोना के डर से लोग दुकानों में जाकर खरीददारी करने से बच रहे हैं उसे देखते हुए भविष्य में ऑनलाइन खरीददारी और भी बढ़ने की संभावना है।

 टेक्नालजी के एडवांस होने से भी ऑनलाइन बिज़नेस में बहुत बढ़ोतरी हो रही है और लोग घर बैठे शॉपिंग कर पा रहे हैं। अगर आपके पास स्टोर खोलने का पैसा नहीं है तो आप उत्पादों को ऑनलाइन बेचने का काम या ड्रॉपशिपिंग पर विचार करें। 
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  ड्रॉपशिपिंग एक प्रकार का व्यवसाय मॉडल है, जो कि ऑनलाइन बिजनेस से जुड़ा हुआ है। ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में बिना किसी प्रोडक्ट्स को खरीदे, उसमें अपना कमीशन जोड़कर ग्राहकों को बेचा जाता है। 

    इस तरह के बिज़नेस में आपको स्टॉक, लिस्टिंग, पैकिंग  या शिपिंग से जुड़ी टेंशन नहीं लेनी होती, इन सभी कामों का उत्तरदायित्व थर्ड पार्टी को होता है।

   इसके लिए आपको एक ऑनलाइन  स्टोर सेटअप करना होगा, जहाँ पर  ग्राहक ऑर्डर प्लेस करेंगे और फिर तीसरी पार्टी के मदद से उस ऑर्डर किए प्रॉडक्ट को कस्टमर तक पहुचाना होता है। इसमें आपको उत्पाद अनुसंधान पर घंटों खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। 

 आप ओबेरलो (Oberlo)  जैसे ड्रॉपशिपिंग साइट का उपयोग कर सकते हैं, ताकि बेचने के लिए उत्पाद मिल सकें। आपको इसकी सदस्यता लेनी होती है जोकि फ्री है।  

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस शुरू कैसे करे?

जैसा कि आप समझ चुके हैं ड्रॉपशिपिंग का कान्सैप्ट E-commerce से जुड़ा हुआ है। इसके लिए एक वेबसाइट बनानी होती है। अगर आपको वेबसाइट बनाने की कोई जानकारी नहीं है तो शॉपीफाई डॉट कॉम की मदद लें। 

   आपको इसकी सदस्यता लेनी होती है जो 14 दिन फ्री होती है उसके बाद आपको मंथली चार्जेज देने होते हैं। फिर होस्टिंग, डिज़ाइन, थीम, पेमेंट गेटवे  जैसे सभी ऑप्शन मिल जाएंगे। 

   यह आपको एक ऑनलाइन स्टोर प्रदान करती है, जहाँ पर ऑर्डर प्लेस किया जाएगा। यहाँ आप आसानी से डोमैन नेम खरीद सकते हैं। कुल मिलाकर 35 - 40  हजार रूपये से यह काम शुरू कर सकते हैं। 


प्रोडक्ट की केटेगरी -     

इस बिजनेस में आपको अपने द्वारा बेचे जाने वाले प्रोडक्ट की केटेगरी पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। आप अपनी रूचि और मार्केट में उन वस्तुओं की मांग को ध्यान में रखें। ऐसे प्रोडक्ट कैटेगरी का चुनाव करने से बचें जिनकी मार्केट में डिमांड कम हैं। कुछ ऐसा बेचें जो स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध न हो। इस तरह आप एक संभावित ग्राहक को आकर्षित कर सकते हैं।
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प्रॉफिट पर ध्यान -

जब आप एक ड्रॉप शिपिंग बिजनेस मॉडल चला रहे होते हैं, तो आपका ध्यान मार्केटिंग और ग्राहक अधिग्रहण पर होता है साथ ही आपको अपना मुनाफा भी देखना होता है। इसलिए महंगे आइटम भी आपकी सेल लिस्ट में होने चाहिए जिससे आपका प्रॉफिट बढ़ सकेगा। वास्तव में सस्ते हो या महंगे, सभी आइटम को बेचने के लिए आवश्यक कार्य की मात्रा अनिवार्य रूप से एक ही होती है। 


   अपना खुद का ब्रांड बनाएं। आप जो कुछ भी बेच रहे हैं, उसे आप रीब्रांड कर सकते हैं। ऐसे उत्पाद या प्रोडक्ट लाइन को देखें, जिसे आप कस्टम लेबल और ब्रांडिंग के साथ अपने स्वयं के ब्रांड के रूप में लेबलिंग कर बेच सकते हैं।


शिपिंग लागत -

कम शिपिंग लागत भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। भले ही यह कार्य आपका आपूर्तिकर्ता या निर्माता मैनेज करे, परन्तु यदि सामान पहुंचाने की लागत बहुत अधिक है, तो इससे ग्राहक पर बोझ पड़ेगा। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए मुफ्त शिपिंग की पेशकश करना सेल में वृद्धि करेगा, इसके लिए शिपिंग लागत को कम करने की कोशिश करें। 


सही सप्लायर का चुनाव करें -

गलत आपूर्तिकर्ता के साथ साझेदारी करना आपके व्यवसाय को बर्बाद कर सकता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप आपूर्तिकर्ता का चयन सोच समझकर करें।  यदि आप एक संभावित आपूर्तिकर्ता की क्षमताओं के बारे में पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं, तो आगे बढ़ें और अपनी खोज जारी रखें।

  उनकी उत्पादन क्षमता के बारे में पूरी जानकारी लें। यह सुनिश्चित करे कि जब आपका व्यवसाय तेजी से बढ़ेगा तब वह बड़े पैमाने पर सप्लाई देने की क्षमता रखते हैं? यदि आप यह बिज़नेस सफलतापूर्वक चलाना चाहते हैं तो आपको इंडस्ट्री से जुड़ी जानकारी से अप-टु-डेट होना चाहिए। कस्टमर को हमेशा नए और अच्छे प्रॉडक्ट की तलाश रहती है। इसकी पूरी और सही जानकारी उस तक पहुंचाना आपका काम होता है।
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SEO और मार्केटिंग पर ध्यान दें -

आप अपनी वैबसाइट को अपडेट रखें और SEO के साथ-साथ सोशल मीडिया मार्केटिंग पर भी खास तौर पर ध्यान रखें। आप फेसबुक और गूगल में पेड विज्ञापन भी कर सकते हैं। 

  ईमेल मार्केटिंग पर भी ध्यान देना चाहिए। इसके लिए ईमेल एकत्र करें और आटोमेटिक सिस्टम सेट करें। जिसमें छूट और विशेष ऑफ़र प्रदान करने की सूचना कस्टमर को मिल सके। यह आपके मौजूदा कस्टमर बेस का लाभ उठाने और अतिरिक्त विज्ञापन या मार्केटिंग खर्च के बिना राजस्व उत्पन्न करने का एक आसान तरीका है।

   आपको "कस्टमर केयर" का विशेष ध्यान रखना होगा, जहां वे अपने डाउट क्लियर कर सकेंगे और फिर डाउट क्लियर होने के बाद प्रॉडक्ट को खरीद सकेंगे। अगर उनकी कोई प्रोडक्ट संबंधी समस्या है तो उसे भी अपने सप्लायर की मदद से आपको सॉल्व करना चाहिए।  इससे आपकी इमेज भी अच्छी रहेगी और आपका कस्टमर से जुड़ाव बना रहेगा।

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के फायदे -

यह काम आसान है क्योंकि वेयरहाउस (Warehouse) की जरूरत नही होती जिससे मेहनत और पैसे की बचत होती है। क्योंकि आपको वस्तुओ का भंडार नही रखना होता है इसलिए इस व्यापार में आप अधिक से अधिक उत्पादों का चुनाव करके अपने बिज़नेस को बढ़ा सकते है।


ड्रॉपशिपिंग बिजनेस का नेगेटिव पक्ष -

अगर इस काम के नेगेटिव पक्ष की बात करें तो इसमें मार्जिन कम होने के कारण आपको बड़े कस्टमर बेस की जरूरत होती है। इस काम में समय अधिक लग सकता है इसके लिए धैर्यपूर्वक काम में लगे रहना होगा। यहां आपका सामना ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के नए लोगों के अलावा पहले से जमे कुछ बड़े प्लेयर से है। 


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3. हेल्थकेयर इंडस्ट्री ( Health care industry)

भारत में स्वास्थ्य सेवा उद्योग सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में से एक है, जिसके अगले 10 सालों में 275 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। चूंकि भारत में अभी भी स्वस्थ्य सेवाओं की पहुंच, विकसित देशों की तुलना में बहुत कम है इसलिए इसके विस्तार की सम्भावनायें  बहुत अधिक हैं। 

  हमारे देश में हेल्थ केयर के क्षेत्र में निवेश बढ़ने के साथ उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं इससे चिकित्सा पर्यटन तेज़ी से बढ़ा है इसके पीछे यूरोप की तुलना में यहां होने वाली सर्जरी का खर्च बहुत कम होना भी है।  

   सरकार द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा और इलाज के लिए राशन कार्ड धारकों को धन उपलब्ध करवाए जाने से इस क्षेत्र पर किए गए खर्च में वृद्धि के कारण भारत का स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है।  

   स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में तेजी से विस्तार के कारण बहुत सारी  नौकरियों की आवश्यकता उत्पन्न होगी। इसमें एलोपैथिक के अलावा आयुर्वेदिक और नेचुरोपैथी चिकित्सा पद्धति के लिए भी नए अवसर खुलेंगे। इसलिए, यदि आप स्वास्थ्य सेवा उद्योग से संबंधित व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो भविष्य उज्ज्वल प्रतीत होता है। आप इस क्षेत्र में नीचे उल्लेखित कोई भी कार्य कर सकते हैं -


फिटनेस सेंटर  (Fitness center)-

व्यायाम के लिए परम्परागत अखाड़ों की जगह अब जिम या फिटनेस सेंटर ने ले ली है। युवाओं के लिए इसका आकर्षण सिक्स पैक एब्स बनाने के लिए होता है वहीं स्वास्थ्य के लिए जागरूकता बढ़ने से अन्य आयुवर्ग के लोग भी जिम जाने लगे हैं। जिम जाने वाली महिलाओं की संख्या में भी निरंतर बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है। 
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   आप इस व्यवसाय को काफी कम स्टार्ट-अप पूंजी के साथ शुरू कर सकते हैं। किराये पर कोई भवन या हॉल लेकर इस काम को शुरू किया जा  सकता है। इस काम में मुख्य लागत व्यायाम के उपकरण खरीदने में लगती है और प्रचार के बाद आपका काम शुरू हो जाता है। एक अच्छा जिम ट्रेनर इस व्यवसाय की सफलता के लिए आवश्यक है। 


योग -ध्यान (Yoga-Meditation)केंद्र -

स्वस्थ रहने के लिए योग व ध्यान का महत्व जग जाहिर है। निरोग रहने के लिए लोग योग आसनों का सहारा ले रहे हैं, इसलिए योग केंद्रों की मांग आने वाले समय में और भी बढ़ेगी। अगर आप स्वयं योग करते हैं तो इस काम में आपको अपने अनुभव का काफी लाभ मिलेगा। किसी अच्छे संस्थान से ट्रेनिंग लेकर आप इस काम को शुरू कर सकते हैं। 

  आप स्वयं न करना चाहें तो किसी प्रशिक्षित योग टीचर की सेवाएं अपने सँस्थान के लिए ले सकते हैं। इस काम के लिए किसी हरियाली युक्त जगह का चयन करें, जो आवागमन की दृष्टि से शहर से बहुत अधिक दूर न हो। इच्छुक लोगों को यहां योग के साथ ध्यान की सुविधा भी उपलब्ध करवा सकते हैं। इसके लिए एक अलग से कक्ष होना चाहिए जहां ध्यान संगीत बजाने की सुविधा हो। 

वेट लॉस (weight loss) सेंटर -

मोटापा एक व्यापक समस्या है। अमेरिका में दो-तिहाई से अधिक वयस्क अधिक वजन वाले हैं और एक तिहाई से अधिक बेहद मोटापे से ग्रस्त हैं। अब भारत में भी मोटे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें बहुत से लोग अधिक खाते हैं और बहुत कम ऊर्जा खर्च करते हैं। खानपान और जीवन शैली में हो रहा बदलाव भी मोटापे का एक बड़ा कारण है। 


   इस मोटापे ने लोगों को वजन घटाने वाले उद्योगों में भारी मात्रा में पैसा खर्च करने के लिए प्रेरित किया है। भविष्य में यह बाजार और भी तेज़ी से ग्रोथ करेगा। मोटे लोगों को अपना वजन कम करने के लिए मदद की ज़रूरत है और इसका फायदा उठाते हुए वेट लॉस इंडस्ट्री में पैसा कमा सकते हैं। 
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   यहाँ पैसा कमाने के बहुत से तरीके हैं। आप यहां वजन घटाने के सलाहकार बनकर अपना कैरियर शुरू कर सकते हैं। इसमें आपका कार्य होता है - जब कोई ग्राहक आता है तो आप उनके वजन, इतिहास और जीवनशैली को देखेंगे, और ऐसे तरीके सुझाएंगे कि वे सुरक्षित रूप से सही वजन पाने के लिए अपने आहार और गतिविधियों को बदल सकें।

  वजन घटाने के सलाहकार बनने के लिए आवश्यक शिक्षा के लिए आपको एक  डिप्लोमा की आवश्यकता होती है। अगर आप कंपनियों के साथ काम करना चाहते हैं तो आपके पास फिटनेस, स्वास्थ्य या पोषण से संबंधित स्नातक डिग्री होना चाहिए। अगर आपके पास ये डिग्री या डिप्लोमा नहीं है तो अपने वेट लॉस सेंटर में किसी योग्य व्यक्ति की नियुक्ति कर सकते हैं। 

नेचुरोपैथी सेंटर (प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र) -

एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति में नई नई दवाइयां आती रहती हैं। कुछ साल तक जमकर इनका उत्पादन और बिक्री करके अच्छा मुनाफा कमाया जाता है, फिर एक दिन बताया जाता है कि उक्त दवा के साइड इफ़ेक्ट को देखते हुए उसे प्रतिबंधित किया जा रहा है और एक नई दवा प्रस्तुत की जाती है, यह क्रम चलता रहता है। 

  अब लोग इन दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट को समझते हुए इनका  उपयोग कम करना चाहते हैं। इसके लिए नेचुरोपैथी चिकित्सा पद्धति वरदान स्वरूप है जहां बिना दवाइयों के भोजन सुधार, उपवास, जल, मिट्टी और सूर्य की किरणों के माध्यम से रोग को जड़ से खत्म किया जाता है। 

  आगे चलकर इस पद्धति में लोगों का रुझान और भी बढ़ने वाला है, इसे देखते हुए आप प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र खोलकर सफल हो सकते हैं, जहां धन प्राप्ति के साथ लोगों की सेवा करने का संतोष भी आपको प्राप्त हो सकेगा। इसके लिए किसी अच्छे संस्थान से नेचुरोपैथी चिकित्सा में डिग्री या डिप्लोमा लेकर अपना काम शुरू कर सकते हैं। 
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4. रियल एस्टेट कारोबार (Real estate Business) -

जनसंख्या बढ़ने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से शहर की तरफ नौकरियों और जीवन को बेहतर बनाने के लिए आने वाले लोगों का दबाव, शहरों में किफायती घरों की आवश्यकता में वृद्धि करेगा। इसके लिए आवश्यक वस्तुओं की पूर्ती के लिए कमर्शियल स्पेस की आवश्यकता भी पड़ेगी।
  
   इसलिए अब भविष्य की जरूरतों को भुनाने के लिए रियल एस्टेट कारोबार से संबंधित व्यवसाय शुरू करने का एक अच्छा समय हो सकता है। आप अपने बजट के अनुसार शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र में जमीन खरीदकर अपने रियल एस्टेट में निवेश की शुरुवात कर सकते हैं, जहां समय आने पर ले आउट एवं डायवर्सन की प्रक्रिया पूरी करके आवासीय कॉलोनी डेवलप की जा सकती है। 


 
  रियल एस्टेट से संबंधित अन्य बहुत से कार्य हैं जैसे -छोटे स्तर पर कंस्ट्रक्शन का कार्य करना जिसमें एक या दो मकान बनवाकर बेचना, इंटीरियर डिजाइनिंग का कार्य, ठेकेदारी का कार्य करना, भवन निर्माण सामग्री की सप्लाई का कार्य करना आदि। यह सब आपकी रूचि, अनुभव व आपके पास उपलब्ध धन पर निर्भर है। 

रियल एस्टेट सर्विसेज व ब्रोकरेज -   

यदि आपके पास रियल एस्टेट में निवेश करने हेतु आवश्यक पूँजी नहीं है तो रियल एस्टेट सर्विसेज व ब्रोकरेज (Real Estate Services & Brokerage) का बिजनेस आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इसमें आप प्रापर्टी के मालिक और बायर के बीच मध्यस्थ का कार्य कर सकते है।  डील पूरी होने पर आपकी दलाली परसेंटेज के हिसाब से ले सकते है। 
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   ब्रोकर का कार्य किसी सेल वाली प्रॉपर्टी के अनुरूप खरीददार की तलाश करना, उसे प्रॉपर्टी की पूरी जानकारी देते हुए साइट विज़िट करवाना, डाक्यूमेंट्स की जाँच करवाना, दोनों पार्टी की मीटिंग फिक्स करवाने से लेकर डील पूरी होने के बाद साइट की मेज़रमेंट व रजिस्ट्री का कार्य करवाने की जिम्मेदारी ब्रोकर पर होती है। 

   इस कार्य को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से कर सकते हैं।  यदि एक ऑफिस लेकर अपना काम करेंगे तो सहूलियत होगी। ऑनलाइन काम करने के लिए एक वेबसाइट बनाकर अपने पास उपलब्ध सौदे वहां पोस्ट कर सकते हैं या अन्य प्रमुख रियल एस्टेट वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं। इस कार्य की सफलता आपके जनसम्पर्क और रियल एस्टेट निवेशकों से आपके संबंध पर निर्भर करती है। 
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5. ऑनलाइन ट्यूशन  (Tuition Business) -

परंरागत रूप से स्टूडेंटस को एक क्लास में बुलाकर या उनके घर जाकर ट्यूशन पढ़ाने का काम होता आया है। परन्तु कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई का ट्रेंड देखा गया है जो काफी हद तक सफल रहा है। इसमें स्टूडेंट्स के शिक्षा केंद्र तक आने जाने का समय और धन दोनों की बचत होती है।

   भविष्य में ऑनलाइन ट्यूशन पढ़ाने का काम घर बैठे करने का एक बिज़नेस शुरू करने का अच्छा स्कोप है। अभी यह काम सीमित रूप से किया जा रहा है परन्तु आने वाले समय में यह जोर पकड़ेगा। इसमें योग्यता के अंतर्गत जिस विषय को आप पढ़ाने का इरादा रखते हैं, उसमें स्नातक की डिग्री होना आवश्यक है। 

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 वर्तमान में शिक्षा के बढ़ते महत्व के कारण अच्छे टीचरों की मांग बढ़ती जा रही है। ऐसे में बच्चो को ऑनलाइन ट्यूशन देकर आप एक अच्छा Business शुरू कर सकते हैं।

   इस व्यवसाय का एक फायदा यह भी होगा कि पढ़ाते पढ़ाते आप अपने विषय में पारंगत हो जायेंगे। साथ ही ऑनलाइन पढ़ाने की अपनी तकनीक में सुधार करते जायेंगे तो सफलता के मुकाम को हासिल कर पाना बहुत मुश्किल नहीं होगा। 

 यदि आप स्कूली शिक्षा के अलावा किसी अन्य विषय के विशेषज्ञ हैं, तब भी ऑनलाइन क्लास के जरिये कोचिंग का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। जैसे अभिनय सिखाने के लिए एक्टिंग क्लास व शेयर मार्केट में निवेश और ट्रेडिंग का कोर्स भी ऑनलाइन पढ़ाया जा सकता है। 

ऑनलाइन क्लास के जरूरी उपकरण-

इस व्यवसाय को चलाने के लिए आपके पास सभी प्रकार के जरूरी सॉफ्टवेयर होने चाहिए। उपकरणों में निवेश करने से बचने का प्रयास न करें क्योंकि ये आपके व्यवसाय के लिए रीढ़ की हड्डी की तरह कार्य करते है। अपने सत्रों की  रिकॉर्डिंग की व्यवस्था अवश्य करें, इसे आप अन्यत्र भी उपयोग कर सकते हैं। 

 ऑनलाइन कोचिंग व्यवसाय में सफलता के लिए आपको लोगों के विश्वास पर खरा उतरना होता है।  एक ऑनलाइन ट्यूटर होने के नाते आपको ट्रेंड के अनुसार अपडेट रहना चाहिए। साथ ही अपना अभ्यास जारी रखते हुए सर्वोत्तम कोचिंग को देने का प्रयास करना चाहिए।

 आशा है ये आर्टिकल "5 Future Business Ideas-भविष्य के 5 कम बजट बिज़नेस" आपको उपयोगी लगा होगा। इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें। 

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